विशग्राड समूह
मध्य यूरोप में सांस्कृतिक एवं राजनीतिक गठबन्धन / From Wikipedia, the free encyclopedia
विशग्राड समूह (V4) या यूरोपियाई चौकड़ी , मध्य यूरोप (चेक गणराज्य, हङ्गरी, पोलैण्ड और स्लोवाकिया) के चार देशों का एक सांस्कृतिक और राजनीतिक गठबन्धन है। जो यूरोपीय सपङ्घ और नाटो के सदस्य हैं, आगे बढ़ने के लिये एक दूसरे के साथ सैन्य, सांस्कृतिक, आर्थिक और ऊर्जा विषयों में सहयोग और यूरोपीय सङ्घ में उनके एकीकरण को आगे बढ़ाने के लिये।[4]
सामान्य तथ्य नेताओं, स्थापना ...
विशग्राड समूह देश |
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सदस्यता | ||||
नेताओं | ||||
- | Rotating Presidency | पोलैण्ड | ||
स्थापना | 15 फरवरी 1991 | |||
क्षेत्रफल | ||||
- | कुल | 5,33,615 km2 | ||
जनसंख्या | ||||
- | 2019 जनगणना | 6,38,45,789[1] | ||
- | घनत्व | 120.0/km2 | ||
सकल घरेलू उत्पाद (पीपीपी) | 2019 प्राक्कलन | |||
- | कुल | $22.26 खरब [2] (13वीं) | ||
- | प्रति व्यक्ति | $34,865[3] | ||
सकल घरेलू उत्पाद (सांकेतिक) | 2019 प्राक्कलन | |||
- | कुल | $1.118 trillion[3] | ||
- | प्रति व्यक्ति | $17,511[3] | ||
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समूह की उत्पत्ति चेकोस्लोवाकिया, हङ्गरी और पोलैण्ड के नेताओं की 15 फरवरी 1991 को हङ्गेरियन महल नगर विशग्राड में आयोजित शिखर बैठक में हुई। [5] विशग्राड को 1991 की बैठक के लिये स्थान के रूप में चुना गया था, जो 1335 में बोहेमिया के जॉन I, हङ्गरी के चार्ल्स प्रथम और पोलैण्ड के कासिमिर III के बीच मध्यकालीन कॉङ्ग्रेस के विशग्राड के लिये एक जानबूझकर सङ्केत था।