अप्रैल फूल दिवस
हँसी मजाक और झुठ बोलने का दिन / From Wikipedia, the free encyclopedia
अप्रैल फूल दिवस पश्चिमी देशों में प्रत्येक वर्ष पहली अप्रैल को मनाया जाता है। कभी-कभी इसे ऑल फ़ूल्स डे के नाम से भी जाना जाता हैं। 1 अप्रैल आधिकारिक छुट्टी का दिन नहीं है परन्तु इसे व्यापक रूप से एक ऐसे दिन के रूप में जाना और मनाया जाता है जब एक दूसरे के साथ व्यावाहारिक परिहास और सामान्य तौर पर मूर्खतापूर्ण हरकतें की जाती हैं। इस दिन मित्रों, परिजनों, शिक्षकों, पड़ोसियों, सहकर्मियों आदि के साथ अनेक प्रकार की नटखट हरकतें और अन्य व्यावहारिक परिहास किए जाते हैं, जिनका उद्देश्य होता है। बेवकूफ और अनाड़ी लोगों को शर्मिंदा करना।[1]
अप्रैल फूल दिवस | |
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अप्रैल फ़ूल दिवस 2001 में कोपेनहेगन, डेनमार्क में नई मेट्रो | |
अन्य नाम | आल फूल्स दिवस |
अनुयायी | पश्चिमी देश |
प्रकार | गैर धार्मिक संस्कृति |
उद्देश्य | व्यावहारिक मजाक |
अनुष्ठान | हास्य |
तिथि | 1 अप्रैल |
पारम्परिक तौर पर कुछ देशों जैसे न्यूज़ीलैण्ड, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में इस प्रकार के परिहास केवल दोपहर तक ही किये जाते हैं और यदि कोई दोपहर के बाद इस प्रकार का प्रयत्न करता है तो उसे "अप्रैल फ़ूल" कहा जाता है।[2] ऐसा इसीलिये किया जाता है क्योंकि ब्रिटेन के समाचारपत्र जो अप्रैल फ़ूल पर मुख्य पृष्ठ निकालते हैं वे ऐसा केवल पहले (सुबह के) संस्करण के लिए ही करते हैं।[3] इसके अतिरिक्त फ़्रांस, आयरलैण्ड, इटली, दक्षिण कोरिया, जापान, रूस, नीदरलैण्ड, जर्मनी, ब्राजील, कनाडा और अमेरिका में जोक्स का सिलसिला दिन भर चलता रहता है। 1 अप्रैल और मूर्खता के बीच सबसे पहला दर्ज किया गया संबंध चॉसर के कैंटरबरी टेल्स (1392) में पाया जाता है। कई लेखक यह बताते हैं कि 16वीं सदी में एक जनवरी को न्यू ईयर्स डे के रूप में मनाये जाने का चलन एक छुट्टी का दिन निकालने के लिए प्रारम्भ किया गया था, किन्तु यह सिद्धान्त पुराने सन्दर्भों का उल्लेख नहीं करता है।