करतारपुर कॉरिडोर
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'करतार पूर राहदारी भारत और पाकिस्तान के माबैन मुजव्वज़ासरहदी राहदारी है जिसे9 नवंबर2018 मैं इफ़्तिताह किया गया था।[1] ये भारती पंजाब मैं वाक़्य डेरा बाबा नानक साहिब को पाकिस्तान के इलाक़ा करतार पूर मैं वाक़्य गुरुद्वारा दरबार साहिब की मुक़द्दस इबादत-गाह से मुंसलिक करती है।[2] इस मुजव्वज़ा राहदारी का मक़सद हिन्दोस्तान के मज़हबी अक़ीदत मंदों को पाक हिंद सरहद से महिज़4.7 किलोमीटर दूर वाक़्य गुरुद्वारा दरबार साहिब की ज़यारत करने में आसानी पैदा करना है, जिसके ज़रीये भारती ज़ाइरीन, ब-तौर-ए-ख़ास सुख यात्री बला वीज़ा गुरुद्वारा दरबार साहिब करतार पूर की ज़यारत में पेश कियागी था।[3] अलबत्ता इस राहदारी में पाकिस्तानी ज़ाइरीन के ख़ातिर कोई इंतिज़ाम नहीं रखा गया
सामान्य तथ्य करतार पूर राहदारी, अवस्थिति ...
करतार पूर राहदारी | |
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गुरुद्वारा दरबार साहिब करतार पूर | |
अवस्थिति |
पाकिस्तान, ज़िला नारोवाल, करतार पूर भारत, ज़िला गर्दासपोर्, डेरा बाबा नानक |
स्वामित्व | हकूमत-ए-पाकिस्तान |
प्रमुख लोग |
इमरान ख़ान क़मर जावेद बाजवा नवजोत सिंह सिद्धू नरेन्द्र मोदी |
स्थापित | 9 नवम्बर 2018 (2018-11-09) |
वर्तमान स्थिति | मुकम्मल अमुल्याती |
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