गुहिल राजवंश
राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र का राजवंश (ल. 566 से 1326 इस्वी) / From Wikipedia, the free encyclopedia
गुहिल/गहलौत राजवंश एक राजपूत राजवंश था जो भारतीय उपमहाद्वीप के राजस्थान क्षेत्र में मेवाड़ शहर में शासन करता था | इसका प्रारंभिक संंस्थापक राजा गुहादित्य थेे, जिन्होंने छटी शताब्दी में गुहिल वंंश की नींव रखी। गुुुहादित्य के पश्चात् 734 ई'. में बप्पा रावल को गुहिल वंश का वास्तविक संंस्थापक माना जाता है।
यह सुझाव दिया जाता है कि मेवाड़ के गुहिल का इस लेख में विलय कर दिया जाए। (वार्ता) जनवरी 2023 से प्रस्तावित |
शुरुआत में गुहिल राजवंश प्रतिहार साम्राज्य के सामंतों का रूप निभाया करते थे लेकिन रावल अल्लट के द्वारा प्रतिहार सम्राट देवपाल के वध के बाद वह स्वतन्त्र बन गए | दसवीं शताब्दी में गुहिल रावल राष्ट्रकूट राजवंशज के अधीन हुआ करते थे तथा ग्यारहवीं शताब्दी में परमार और चौहान साम्राज्यों के अधीन शासन करते थे | बारहवीं शताब्दी में गुहिल राजवंश दो हिस्सों में विभाजित होगया जिनमें से मुख्या राजवंश मेवाड़ पर वर्ष 1303 तक शासन करता रहा जब मुसलमान आक्रमणकारी अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ पर घेरा डालकर गुहिलों को पराजित करा था |