गोएकतुर्क
मध्ययुगीन आंतरिक एशिया के तुर्किक खानाबदोश परिसंघ / From Wikipedia, the free encyclopedia
गोएकतुर्क (पुरानी तुर्की: , कोक तुरुक; अंग्रेजी: Göktürk) मध्य एशिया और उत्तरपूर्वी एशिया में एक मध्यकालीन ख़ानाबदोश क़बीलों का परिसंघ था जिन्होंने ५५२ ईसवी से ७४४ ईसवी तक अपना गोएकतुर्क ख़ागानत (Göktürk Khaganate) नाम का साम्राज्य चलाया। इन्होनें यहाँ पर अपने से पहले सत्ताधारी जू-जान ख़ागानत को हटाकर रेशम मार्ग पर चल रहे व्यापार को अपने नियंत्रण में कर लिया। 'गोएक' (gök) का अर्थ तुर्की भाषा में 'आकाश' होता है और 'गोएकतुर्क' का मतलब 'आसमानी तुर्क' है। यह इतिहास का पहला साम्राज्य था जिसने अपने आप को 'तुर्क' बुलाया। इस से पहले 'तुर्क' या 'तुरुक' निपुण लोहार माने जाते थे लेकिन राजा-महाराजा नहीं।[1]
गोएकतुर्क साम्राज्य की स्थापना बूमीन ख़ागान (Bumin Qaghan) ने की थी और इसके अधीन मध्य एशिया के स्तेपी क्षेत्र का बहुत से क़बीले संगठित हो गए। लेकिन चौथे ख़ागान (जिसका नाम तसपार ख़ागान था) के बाद यह साम्राज्य दो हिस्सों - पूर्वी ख़ागानत और पश्चिमी ख़ागानत - में बंट गया। और आगे चलकर कुछ क़बीलों ने इसके गोएकतुर्कों के खिलाफ़ विद्रोह करा और उनका राज ख़त्म होने के साथ-साथ ७४४ ईसवी में उईग़ुर ख़ागानत सब से शक्तिशाली तुर्क साम्राज्य के रूप में उभरी।<ref name="ref24qeyep">Silk Road to Ruin: Is Central Asia the New Middle East?, Ted Rall, NBM, 2006, ISBN 978-1-56163-454-5, ... The Uyghur tribal federation was ruled by the Juan Juan during the late 5th and early 6th centuries before being absorbed by the Gokturk Khanate. Then, in 744, the Uyghurs successfully rebelled against the Turkic Empire and formed a new Uyghur Empire ...</refdkcdarvan