नूरजहाँ का मकबरा
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नूरजहाँ का मकबरा 17 वीं शताब्दी में मुग़ल बादशाह जहाँगीर की बारहवीं पत्नी नूरजहाँ के लिए बनाया गया था। मुगल वास्तुकला में निर्मित यह मकबरा पाकिस्तान के लाहौर में रावी नदी के पार शाहदरा बाग़ में स्थित है, जहाँ उसके पति जहाँगीर और भाई आसिफ खान की समाधि है।[1][2][3][4] यह मकबरा चार साल में 3 लाख रुपये की लागत से बनाया गया था। लेकिन 18 वीं शताब्दी में अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में उपयोग के लिए मकबरे के संगमरमर को लूटा गया था।[5]