फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी
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फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी (French East India Company) एक व्यापारिक प्रतिष्ठान थी। इसकी स्थापना 1664 में की गई थी ताकि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी तथा डच इस्ट इंडिया कंपनी से मुकाबला किया जा सके।
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सामान्य तथ्य मूल नाम, प्रकार ...
Company flag | |
Coat of Arms Motto: Florebo quocumque ferar "I will flourish wherever I will be brought" | |
मूल नाम | Compagnie française pour le commerce des Indes Orientales |
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प्रकार | Public company |
उद्योग | Trade |
नियति | Dissolved and activities absorbed by the French Crown in 1769; reconstituted 1785, bankrupt 1794 |
स्थापना | 1664 |
मुख्यालय | Paris |
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सामान्य तथ्य डच भारत, डेनिश भारत ...
अखंड भारत की शाही सत्ताएँ | |
डच भारत | 1605–1825 |
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डेनिश भारत | 1620–1869 |
फ्रांसीसी भारत | 1769–1954 |
हिन्दुस्तान घर | 1434–1833 |
पुर्तगाली ईस्ट इण्डिया कम्पनी | 1628–1633 |
ईस्ट इण्डिया कम्पनी | 1612–1757 |
भारत में कम्पनी शासन | 1757–1858 |
ब्रिटिश राज | 1858–1947 |
बर्मा में ब्रिटिश शासन | 1824–1948 |
ब्रिटिश भारत में रियासतें | 1721–1949 |
भारत का बँटवारा |
1947 |
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इसकी योजना जीन बैप्टिस्ट कोलबर्ट ने बनाई थी जिसे लूई चौदहवें ने राजाज्ञा प्रदान की। इसका उद्देश्य पूर्वी गोलार्ध में व्यापार करना था। इसका निर्माण पहले से विद्यमान तीन कम्पनियों को मिलाकर किया गया था। इसका प्रथम डाइरेक्टर जनरल डी फाये (De Faye) था।[1][2]