सूर्य
सौर मंडल के केंद्र में तारा / From Wikipedia, the free encyclopedia
सूर्य अथवा सूरज (प्रतीक: ) सौरमंडल के केन्द्र में स्थित एक तारा जिसके चारों तरफ पृथ्वी और सौरमंडल के अन्य अवयव घूमते हैं। सूर्य हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा पिंड है और उसका व्यास लगभग १३ लाख ९० हज़ार किलोमीटर है 113 गुना अधिक है जो पृथ्वी से 113 गुना तक[10] ऊर्जा का यह शक्तिशाली भंडार मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक विशाल गोला है। परमाणु विलय की प्रक्रिया द्वारा सूर्य अपने केंद्र में ऊर्जा पैदा करता है। सूर्य से निकली ऊर्जा का छोटा सा भाग ही पृथ्वी पर पहुँचता है जिसमें से १५ प्रतिशत अंतरिक्ष में परावर्तित हो जाता है, ३० प्रतिशत पानी को भाप बनाने में काम आता है और बहुत सी ऊर्जा पेड़-पौधे समुद्र सोख लेते हैं। [11] इसकी मजबूत गुरुत्वाकर्षण शक्ति विभिन्न कक्षाओं में घूमते हुए पृथ्वी और अन्य ग्रहों को इसकी तरफ खींच कर रखती है।
नासा की सौर गतिविधि वेधशाला द्वारा लिया गया २०१० में लिया गया सूर्य का एक चित्र | |
अवलोकन आंकड़े | |
---|---|
पृथ्वी से औसत दूरी |
1.496×१०8 कि.मी ८.३१७ मि. (४९९ से.) प्रकाश की गति पर |
प्रत्यक्ष चमक (V) | −26.74 [1] |
विशुद्ध परिमाण | 4.85 [2] |
स्पेक्ट्रल वर्गीकरण | G2V |
धात्विकता | Z = 0.0177 [3] |
कोणीय आकार | 31.6′ – 32.7′ [4] |
विशेषण | सौर |
कक्षीय विशेषताएं | |
मिल्की वे केन्द्र से औसत दूरी |
~2.5×१०17 कि.मी 26,000 प्रकाश वर्ष |
आकाशगंगीय अंतराल | (2.25–2.50)×108 ए |
वेग | ~220 km/s (आकाशगंगा के केंद्र की परिक्रमा) ~20 km/s (तारकीय पड़ोस में अन्य सितारों की औसत गति के सापेक्ष) |
भौतिक गुण | |
औसत व्यास | 1.392×१०6 कि.मी [1] १०९ × पृथ्वी |
भूमध्यीय व्यास | 6.955×१०5 कि.मी [5] १०९ × पृथ्वी[5] |
भूमध्यीय परिधि | 4.379×१०6 कि.मी [5] १०९ × पृथ्वी[5] |
सपाटकरण | 9×१०−6 |
सतही क्षेत्रफल | 6.0877×१०12 km2 [5] 11,990 × पृथ्वी[5] |
आयतन | 1.412×१०18 km3 [5] 13,00,000 × पृथ्वी |
द्रव्यमान | 1.9891×१०30 kg [1] 3,32,900 × Earth[5] |
औसत घनत्व | 1.408×१०3 kg/m3 [1][5][6] |
विभिन्न घनत्व | केन्द्र: 1.5×१०5 kg/m3 lower Photosphere: 2×१०−4 kg/m3 lower Chromosphere: 5×१०−6 kg/m3 Avg. Corona: 1×१०−12 kg/m3 [7] |
भूमध्यीय सतही गुरुत्व | 274 m/s2 [1] 27.94 g २८ × पृथ्वी[5] |
पलायन वेग (सतह से) |
617.7 km/s [5] ५५ × पृथ्वी[5] |
सतह का प्रभावी तापमान |
5,778 K [1] |
कोरोना का तापमान |
~5×१०6 K |
केन्द्र का तापमान |
~15.7×१०6 K [1] |
चमक (Lsol) | 3.846×१०26 W [1] ~3.75×१०28 lm ~98 lm/W efficacy |
औसत चमक (Isol) | 2.9×१०7 W•m−2•sr−1 |
परिक्रमा गुण | |
Obliquity | 7.25° [1] (to the ecliptic) 67.23° (to the galactic plane) |
Right ascension of North pole[8] |
286.13° 19h 4min 30s |
Declination of North pole |
+63.87° 63°52' North |
Sidereal Rotation period (at 16° latitude) |
25.38 days [1] 25d 9h 7min 13s [8] |
(भूमध्य रेखा पर) | 25.05 days [1] |
(ध्रुवों पर) | 34.3 days [1] |
घूर्णन वेग (भूमध्य रेखा पर) |
7.189×१०3 km/h [5] |
फोटोस्फियर के घटक (भार अनुसार) | |
हाइड्रोजन | 73.46%[9] |
हीलियम | 24.85% |
ऑक्सीजन | 0.77% |
कार्बन | 0.29% |
लौह | 0.16% |
गंधक | 0.12% |
नियॉन | 0.12% |
नाइट्रोजन | 0.09% |
सिलिकॉन | 0.07% |
मैग्नेशियम | 0.05% |
सूर्य से पृथ्वी की औसत दूरी लगभग १४,९६,००,००० किलोमीटर या ९,२९,६०,००० मील है तथा सूर्य से पृथ्वी पर प्रकाश को आने में ८.३ मिनट का समय लगता है। इसी प्रकाशीय ऊर्जा से प्रकाश-संश्लेषण नामक एक महत्वपूर्ण जैव-रासायनिक अभिक्रिया होती है जो पृथ्वी पर जीवन का आधार है। यह पृथ्वी के जलवायु और मौसम को प्रभावित करता है। सूर्य की सतह का निर्माण हाइड्रोजन, हिलियम, लोहा, निकेल, ऑक्सीजन, सिलिकन, सल्फर, मैग्निसियम, कार्बन, नियोन, कैल्सियम, क्रोमियम तत्वों से हुआ है। [12] इनमें से हाइड्रोजन सूर्य के सतह की मात्रा का ७४ % तथा हिलियम २४ % है।
इस जलते हुए गैसीय पिंड को दूरदर्शी यंत्र से देखने पर इसकी सतह पर छोटे-बड़े धब्बे दिखलाई पड़ते हैं। इन्हें सौर कलंक कहा जाता है। ये कलंक अपने स्थान से सरकते हुए दिखाई पड़ते हैं। इससे वैज्ञानिकों ने निष्कर्ष निकाला है कि सूर्य पूरब से पश्चिम की ओर २७ दिनों में अपने अक्ष पर एक परिक्रमा करता है। जिस प्रकार पृथ्वी और अन्य ग्रह सूरज की परिक्रमा करते हैं उसी प्रकार सूरज भी आकाश गंगा के केन्द्र की परिक्रमा करता है। इसको परिक्रमा करनें में २२ से २५ करोड़ वर्ष लगते हैं, इसे एक निहारिका वर्ष भी कहते हैं।